
गधों की इस रेस में उनकी पीठ पर बाकायदा एक राइडर भी होता है। जो उन्हें हांकता है और हांफते गिरते फिनिशिंग लाइन तक ले जाता है। यही नहीं, उन्हें अच्छे-अच्छे कपड़े भी पहनाए जाते हैं और उन्हें सजाया संवारा जाता है। खास बात तो ये है कि इस दिन गधों को घोड़ों के जैसा सम्मान मिलता है और उनकी पीठ पर लदकर पोलो भी खेला जाता है। ये सब इस खास मैक्सिकन कस्बे ओटुंबा में होता है।
पूरी दुनिया में 1 मई का दिन मजदूर दिवस के तौर पर मनाया जाता है। मजदूर दिवस के दिन ही यहां पर ‘गधा दिवस’ मनाने की जो परंपरा है, वो बेहद अनोखी है। अब इस परंपरा को दुनिया भर में पहचान मिलने लगी है और लोग इसे देखने दूर दूर से आने लगे हैं।
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